वार्षिक प्रतियोगिता कविता 7:- आमदनी
वार्षिक प्रतियोगिता
कविता:- आमदनी:-
आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपय्या,
हर बहन से बोले उसका भैया।
पढ़ लो जितना पढ़ सकते हो,
वरना जब जीतने होंगे सपने,
भरनी होगी उड़ान,
करने होंगे खर्चे,
उठानी होगी जिम्मेदारी,
और ढूंढनी होगी पहचान,
तब पड़ेंगे हमपर डंडे,
और याद आ जाएगी हमको मैया।
Seema Priyadarshini sahay
07-Mar-2022 05:06 PM
बहुत खूबसूरत
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Swati Sharma
08-Mar-2022 11:01 PM
आपका हार्दिक आभार
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Miss Lipsa
06-Mar-2022 11:08 PM
Bohot badhiya
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Swati Sharma
08-Mar-2022 11:01 PM
Thank you
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